वक्त बेवक्त आती, वो पल अनमोल की
हर वक़्त यादें।
मन को टटोलती, आंखों को भिगोती
हर वक्त यादें।
दिल को बहलाती , खोये पल को फिर से बुलाती
वक्त बेवक्त ये यादें।
गुजरे कल की किस्से कहती ये बोलती तश्वीरों से
पल पल हर पल ये यादें।
जिसे चाहा जिसे जिया कौन रह पाया
सिवाये वक्त बेवक्त ये यादों के।
जीवन की कठोरता यादों की
मार्मिकता यही तो है नसीबों में ।
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